बैंक अकाउंट से जुड़ी नवीनतम जानकारी (2023)
भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में लगातार बदलाव हो रहे हैं। यहां हैं वो महत्वपूर्ण खबरें जो आपके बैंक खाते को प्रभावित कर सकती हैं:
1. न्यूनतम बैलेंस और चार्ज में बदलाव
- एसबीआई ने बचत खाता नियमों में किया संशोधन: 25,000 रुपये से कम औसत मासिक बैलेंस पर अब कोई पेनाल्टी नहीं
- HDFC बैंक ने डेबिट कार्ड चार्ज में की वृद्धि: वार्षिक रखरखाव शुल्क 200 रुपये से बढ़ाकर 299 रुपये किया गया
- किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) धारकों के लिए राहत: 31 दिसंबर 2023 तक ब्याज सब्सिडी का विस्तार
2. ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव
- बचत खाता ब्याज दर:
- सरकारी बैंक: 2.70% से 3.00%
- निजी बैंक: 3.00% से 7.00%
- फिक्स्ड डिपॉजिट: 1 साल के FD पर 6.50% से 8.25% तक ब्याज (बैंकों के अनुसार अलग)
3. डिजिटल बैंकिंग अपडेट
- UPI लेनदेन सीमा में बदलाव:
- भारतीय रिजर्व बैंक ने कुछ मर्चेंट पेमेंट्स के लिए लिमिट बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी
- UPI Lite के जरिए 500 रुपये तक का ऑफलाइन ट्रांजैक्शन संभव
- ऑटो डेबिट नियम: 1 अक्टूबर 2023 से रेकरिंग पेमेंट्स के लिए अतिरिक्त OTP अनिवार्य
4. KYC अपडेट और आवश्यक दस्तावेज
- सरलीकृत KYC प्रक्रिया: वीडियो KYC अब सभी प्रमुख बैंकों में उपलब्ध
- आधार-पैन लिंकिंग: 31 मार्च 2024 तक अनलिंक्ड खातों पर लेनदेन प्रतिबंधित हो सकता है
- नए खाता खोलने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- मोबाइल नंबर लिंक्ड आधार
5. धोखाधड़ी से बचाव के उपाय
- फिशिंग ईमेल अलर्ट: हाल में बैंक ग्राहकों को नकली KYC अपडेट ईमेल भेजे गए
- सुरक्षा टिप्स:
- कभी भी बैंक डिटेल्स SMS/ईमेल में शेयर न करें
- बैंकिंग ऐप्स को नियमित अपडेट करें
- 14222 पर "BAL" या "TXID" SMS करके UPI लेनदेन सत्यापित करें
6. आरबीआई के नए निर्देश (अक्टूबर 2023)
- बिना किसी शुल्क के बैंक खाता बंद करना: सभी बैंकों को 30 दिनों के भीतर प्रक्रिया पूरी करनी होगी
- बैंक लॉकर नियम: नई गाइडलाइन्स के अनुसार बैंक जिम्मेदारी सीमित कर सकते हैं
- ओवरड्राफ्ट सुविधा: क्रेडिट स्कोर के आधार पर ऑटो-ओवरड्राफ्ट लिमिट में बदलाव
अंतिम अपडेट
सभी जानकारी 25 अक्टूबर 2023 तक की नवीनतम बैंकिंग खबरों पर आधारित है। बैंकिंग नियमों में बदलाव होते रहते हैं, इसलिए अपने बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या शाखा से पुष्टि अवश्य कर लें।
महत्वपूर्ण: बैंक खाते से जुड़ी किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत 1930 (साइबर क्राइम हेल्पलाइन) पर दें।